नैनीताल: वर्षों पूर्व सेवानिवृत्त हाेने के बाद भी पालिका आवासों में जमे कर्मियों को आवासों के बाहर करने को लेकर पालिका सख्त हो गई है। पालिका ने आवासों में जमे 72 सेवानिवृत्त कर्मियों को चिह्नित किया है। जिनसे करीब 3.5 करोड़ रुपये किराया वसूला जाना है। पालिका ने किराया जमा करने को लेकर दस लोगों को नोटिस जारी किया है।
बता दे कि सरकारी सेवा से सेवानिवृत्त के तीन माह में कर्मचारी को सरकारी आवास खाली करना होता है। आवास खाली होने व विभागीय बकाएदारी शेष नहीं होने की शर्त पर ही उसे एनओसी जारी कर एरियर, पेंशन व अन्य भुगतान किये जाते है। मगर नगर पालिका में पूरा सिस्टम ही नियमों के उलट है। पालिका से सेवानिवृत्ति के कई वर्ष गुजर जाने के बाद भी सरकारी आवासों को खाली नहीं किया गया है। कई कर्मियों के तो दिवंगत हो जाने के बाद उनके स्वजन व बच्चे भी कब्जा जमाए हुए है।
ईओ दीपक गोस्वामी ने बताया कि आवास खाली नहीं कराने वाले कई कर्मियों का भुगतान भी रोका गया है। आवासों में जमे 72 कर्मचारी चिह्नित किये गए है। जिनसे हाउस रेंट अलाउंस एचआरए का करीब तीन गुना किराया वसूल किया जाना है। सेवानिवृत्ति से वर्तमान तिथि तक 72 आवासों में बकाएदारी करीब 3.5 करोड़ पहुंच गई है। चिह्नित किये गए आवासों को खाली कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। पहले चरण में दस लोगों को आवास खाली कराने व किराया जमा करने के नोटिस दिये गए है। शेष लोगों को भी नोटिस भेजने की तैयारी की जा रही है।